SITAPUR : 19,771 टीबी रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत हर महीने पोषणभत्ता मिल रहा है। इस योजना के तहत पात्र को प्रतिमाह 500 रुपए दिए जाते हैं। यह कहना है एसीएमओ एवं जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एसके शाही का। डॉ. शाही ने बताया कि टीबी होने पर दवाओं के साथ ही मरीज को पौष्टिक भोजन की भी बहुत जरूरत होती है। इसी जरूरत को देखते हुए केंद्र सरकार ने निक्षय पोषण योजना शुरू की है। यह सहायता मरीज के ठीक होने तक दी जाती है।
उन्होंने बताया कि टीबी (क्षय) रोग को जड़ से समाप्त करने के लिए वर्ष 2025 तक लक्ष्य तय किया गया है। टीबी से ग्रसित जो मरीज आधिकारिक निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत होंगे, उन्हें ही इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। जो लोग पहले से ही टीबी का इलाज करवा रहे हैं, वह भी इसके पात्र होंगे। योजना का लाभ लेने के लिए डॉक्टर जरिये प्रमाणित किया हुआ मेडिकल प्रमाण पत्र के अलावा रोगियों को अपना आवेदन पत्र के साथ ही बैंक खाते का विवरण भी जमा करना होगा।
ऐसे करें आवेदन
सबसे पहले आवेदक को वेबसाइट एन0आई0के0एस0एच0ए0वाई0 डॉट आई0इन0 (https://nikshay.in) पर जाना होगा, जहां पर होम खुलेगा। इस होम पेज पर लॉग इन टू निक्षय (In to nikshay) पर न्यू हेल्थ फैकल्टी रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर क्लिक करें। जिसके बाद न्यू हेल्थ फैकल्टी रजिस्ट्रेशन का फॉर्म खुल जाएगा। इस पेज पर सेलेक्ट फैसिलिटी लेवल(select facility level ), स्टेट, डिस्ट्रिक्ट(district) , फैसिलिटी नेम (facility name), गवर्नमेंट रजिस्ट्रेशन नंबर, कांटेक्ट पर्सन नेम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, पूरा पता, सर्विस प्रोवाइडेड में हां और ना के ऑप्शन पर ध्यान से टिक लगाएं। मांगी गई सारी जानकारी को भरने के बाद कंटिन्यू पर क्लिक करें। जिसके बाद आपको यूनिक आईडी का कोड मिलेगा, जिसे आपको भविष्य के लिये नोट कर लें। सारी प्रक्रियाओं को पूरी करने के बाद आपका लॉगिन के ऑप्शन पर जाकर यूजर नेम और पासवर्ड भर कर लॉगिन करें। इस तरह से निक्षय पोषण योजना में नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
टीबी के लक्षण
ए0सी0एम0ओ0 एवं जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. एसके शाही ने बताया कि टीबी के लक्षण जैसे कि दो हफ्ते या उससे अधिक समय से लगातार खांसी का आना, खांसी के साथ बलगम और बलगम के साथ खून
आना, वजन का घटना एवं भूख कम लगना, लगातार बुखार रहना, सीने में दर्द होने पर क्षय रोग केंद्र पर टीबी की जांच कराएं। उपचारित मरीज अपनी दवा बीच में ना छोड़े।
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