लखीमपुर खीरी राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकारी अध्यक्ष मनजीत सिंह ने राज्यपाल को पत्र लिखकर वर्षों से काबिज भूमि से किसानों को बेदखल नहीं करने का अनुरोध किया है
राज्यपाल को भेजे पत्र में श्री सिंह ने लिखा कि पीलीभीत, लखीमपुर, बहराइच, रामपुर, बिजनौर आदि जिलों में भारत-पाक बंटवारे के समय सिख व पूर्वांचल के किसान परिवार यहां आकर बसे ,वह बंजर भूमि को अपने परिश्रम से खेती लायक बनाया है .
तब से लगातार यहां खेती कार्य किया जा रहा है सन 2020 में इस भूमि से उन्हें बेदखल करने की कार्यवाही की गई थी .किंतु आपके पास जब से समस्या पहुंची है तो आप द्वारा इस समस्या के समाधान हेतु मंडल स्तर पर मंडलायुक्त की समिति का गठन आपके कार्यालय आदेश दिनांक 3 जुलाई 2020 को कर दिया था. समिति द्वारा तत्काल जांच कार्यवाही कर और अंतरिम रिपोर्ट शासन को 31/7/2020 तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया.
इसके बाद उक्त जिलों में प्रशासन द्वारा बेदखली की कार्यवाही रोक दी गई थी. अब पुनः इन जिलों में राजस्व कर्मियों द्वारा किसानों का उत्पीड़न शुरू कर दिया है .इससे किसानों में आक्रोश है आपसे अनुरोध है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर जो किसान 70 वर्ष से जो जमीन जोत रहे हैं वह किसानों के नाम भूमि धरी करवाने के साथ उक्त जिलों के किसानों के खिलाफ बेदखली, उत्पीड़न की कार्यवाही रोकने के लिए निर्देशित करें.
पत्र के अंत में अन्य मांगे भी लिखी गई हैं जिनके तहत किसानों ने सभी कर्ज माफ कर किसान आंदोलन के समय लगाए मुकदमे वापस किए जाएं ,आवारा पशुओं पर रोक तथा सरकारी नौकरियों में भ्रष्टाचार को खत्म करने की मांग की है पत्र में मनजीत सिंह ,अनिल दुबे, अनुपम मिश्रा, आरिफ मोहम्मद, बीएल प्रेमी, वेद मिश्रा आदि नेताओं के हस्ताक्षर हैं|
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