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ADIPURUSH:रामायण के इस्लामीकरण पर ‘आदिपुरुष’ डायरेक्टर को नोटिस, कहा- 7 दिन में मांगे माफी


ओम राउत के निर्देशन में बनी फिल्म 'आदिपुरुष' को लीगल नोटिस भेजा गया है. ओम राउत को फिल्म से 7 दिनों में माफी मांगने और विवादित सीन्स को डिलीट करने की मांग की गई है.


प्रभास की फिल्म ‘आदिपुरुष’ को लेकर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. इस फिल्म में सबसे ज्यादा सैफ अली खान के लुक को लेकर विवाद हो रहा है. उनके लुक पर आपत्ति जताई जा रही है. अब इस फिल्म के लिए सही मायनों में मुश्किलें खड़ी होती नजर आ रही हैं. दरअसल, अब सर्व ब्राह्मण महासभा ने गुरुवार को फिल्म के डायरेक्टर ओम राउत को लीगल नोटिस भेजा है और कहा है कि वो 7 दिनों के भीतर फिल्म से विवादित सभी सीन्स को हटाएं और मांगें वर्ना उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.


ओम राउत को भेजा गया लीगल नोटिस

दरअसल, सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा की ओर से ओम राउत को ये नोटिस उनके वकील कमलेश शर्मा ने भेजा है. इस नोटिस में लिखा गया है कि, ‘फिल्म में हिंदू देवी-देवताओं को गलत तरीके से दिखाया गया है. इसमें देवी-देवताओं को चमड़े के पहने हुए वस्त्र में गलत तरीके से बोलते हुए दिखाया गया है. फिल्म में दिखाई गई भाषा बेहद गिरे हुए स्तर की है, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं. इसमें कुछ डायलॉग्स इस तरह के हैं कि वो जातीय और धार्मिक नफरत बढ़ावा देते हैं. रामायण हमारा इतिहास है और ‘आदिपुरुष’ में भगवान हनुमान को मुगल की तरह दिखाया गया है.’


रामायण का किया गया इस्लामीकरण

इस नोटिस में आगे कहा गया है कि, ‘कौन सा हिंदू बिना मूछों के दाढ़ी रखता है, जैसे भगवान हनुमान को फिल्म में दिखाया गया है. ये फिल्म रामायण, भगवान राम, माता सीता और भगवान हनुमान का पूरी तरह से इस्लामीकरण कर रही है. यहां तक कि रावण का किरदार निभाने वाले अभिनेता सैफ अली खान भी फिल्म में तैमूर या खिलजी की तरह नजर आ रहे हैं. ये फिल्म देश में लोगों की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ी कर रही है. जो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, वो हमारे समाज और देश के लिए बेहद नुकसानदेह है.’


नोटिस में फिल्म के डायरेक्टर ओम राउत से माफी मांगने को कहा गया है. नोटिस में कहा गया है कि, ‘आपसे विनती है कि लोगों की धार्मिक भावनाओं से न खेलें, लोगों की भावनाओं को गाली न दें और फिल्म को उसी तरह से दिखाए जैसा कि रामायण और रामचरितमानस में बताया गया है. इसलिए कानूनी नोटिस के जरिए सार्वजनिक तौर पर 7 दिन के भीतर इसके लिए माफी मांगे जाने और विवादित सीन को डिलीट किए जाने की मांग की जाती है. वरना कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.’


(SOURCE: TV9 BHARATVARSH)

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